पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक स्क्रैप गोदाम मालिकों पर दर्ज किया मुकदमा
कबाड़ के गोदाम स्वामीयों ने न तो अग्निशमन सुरक्षा मानको का पालन किया गया और न ही अग्निशमन सुरक्षा से सम्बन्धित कोई उपकरण स्थापित किये
रूद्रपुर। किच्छा मार्ग कबाड़ के कई गोदामों में लगी आग के मामले में पुलिस ने कई कबाड़ स्वामियों के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप में मुकदमा दर्ज करा दिया है। चौकी प्रभारी बगवाड़ा जितेन्द्र कुमार ने कहा है कि 27 मार्च को सूचना मिली कि मेडिसीटी हाँस्पीटल के पीछे कबाड के गोदामो मे आग लगी है। सूचना पर वह एसआई मोहन चन्द्र जोशी,ललित मोहन , दिलीप कुमार के साथ कबाड को गोदामो मे पहुचे तो कबाड के कई गोदामो मे बहुत तीव्र गति से आग लगी थी और हवा भी काफी तेज चल रही थी। गोदाम स्वामी नईम अहमद पुत्र मंगला निवासी पहाडगंज वार्ड 15, बालम पुत्र मंगला, अमीर हुसैन उर्फ तसवीर पुत्र अली हुसैन, मोहम्मद जफर पुत्र रईश अहमद, जावेद अली पुत्र रईश अहमद, वाहिद पुत्र आबिद, जाहिद पुत्र आबिद, नूरूद्दीन पुत्र जलीस अहमद, मुकीम हाजी पुत्र केवीतुल्ला निवासी प्रीत विहार, विशाल अग्रवाल उर्फ बन्टी पुत्र ब्रज मोहन निवासी सुभाष कालौनी वार्ड 12, गयाज अहमद पुत्र के कबाड़ के 11 गोदाम में लगी थी। उन्होंने सीटी कन्ट्रोल रुम, उच्चाधिकारीगणो को सूचित किया।कुछ समय उपरान्त मौके पर रुद्रपुर, पन्तनगर, किच्छा,लालपुर, दिनेशपुर,बाजपुर, सितारगंड व लालकुआ, हल्द्वानी नैनीताल की फायर सर्विस की गाडिया मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने पूरी रात भर पानी के हाँज पाईप द्वारा पानी छिडक कर आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे पर तेज हवा चलने व कबाड़ के गोदाम आपस में सटे होने के कारण आग एक गोदाम से दूसरे गोदाम में तेजी से फैल गयी । आग कबाड के गोदाम मे रखा कैमिकल की प्लासिट बोतलो मे आग लगने के लगनी प्रतीत होती हैं। अग्निदुघर्टना स्थल का स्थलीय निरीक्षण अग्नि शमन अधिकारी ने भी किया तो पाया कि मेडिसिटी हॉस्पिटल के आस-पास में एवं पीछे की तरफ काफी कबाड के गोदाम बने है। जो एक-दूसरे से आपस में सटे हुये है और उसके आस-पास आवासीय भवन भी बने है। कबाड़ के गोदाम स्वामी द्वारा बड़ी मात्र में सिडकुल स्थित कम्पनियों से प्राप्त सभी प्रकार के स्कैप जिसमें प्लास्टिक के ड्रम, पुरानी प्लाईवुड, गत्ता, शीशा, गाड़ी के टायर, टड्ढूब, रबड, प्लास्टिक बोतल, पैन्ट एवं थिनर के खाली डिब्बे, पन्नी,कैमिकल के ड्रम,बोतले, पैकिंग साम्रगी है साथ ही रूद्रपुर एवं उसके आस-पास के क्षेत्रें के घरों से प्राप्त पुराने सामानों का बड़ी मात्र में स्टोर किया जाता है। हाँस्पीटल की पीछे की दिवार कबाड के गोदामो से लगी है। कबाड़ के गोदाम स्वामीयों द्वारा न तो अग्निशमन सुरक्षा मानको का पालन किया गया है एवं न ही अग्निशमन सुरक्षा से सम्बन्धित कोई उपकरण स्थापित किये गये है। गोदामो के स्वामियो द्वारा बहुत लापरवाही की जाती है।जिससे फायर सीजन मे किसी बडी जनहानि होने का ऽतरा बन रहता है। आरोेपी गोदाम स्वामियों ने अपने गोदाम में सुरक्षा की दृष्टि से फायर के समस्त उपकरण नही रऽे है जिससे भविष्य में कोई आगजनी की घटना हो तो उसको बचाया जा सके। पुलिस ने उक्त सभी आरोपी कबाड़ स्वामियों के विरूद्ध मुकदमा दजै कर कार्रवाई शुरू कर दी है।